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अंकित के बारे में पूछ कर बदहवास हो जाती है उसकी प्रेमिका
February 4, 2018
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पश्चिमी दिल्ली में एक 23 वर्षीय फोटोग्राफ़र की उसकी प्रेमिका के घरवालों ने सम्मान के नाम पर हत्या कर दी.
अंकित सक्सेना अब इस दुनिया में नहीं हैं. उन पर हमला करने वाले गिरफ़्तार किए जा चुके हैं. इस सबके बीच उनकी प्रेमिका के पास अब जाने के लिए कोई ठिकाना नहीं है.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अंकित की 18 वर्षीय प्रेमिका दो दिन से पश्चिमी दिल्ली के खयाला पुलिस थाने में ही रह रही है. इस हत्याकांड के बाद उसने परिवार और प्रेमी दोनों को गंवा दिया है.
पेशे से फोटोग्राफ़र अंकित सक्सेना एक मुस्लिम लड़की से प्यार करते थे और उससे ही शादी करना चाहते थे. लेकिन लड़की के परिवारवालों को ये रिश्ता पसंद नहीं था.
पुलिस का कहना है कि उन्होंने लड़की के परिजनों से उसे साथ ले जाने का आग्रह किया था लेकिन कोई भी तैयार नहीं हुआ.
इसके बाद लड़की को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया है. कई बार विशेष परिस्थितियों में बालिगों को भी बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाता है.
ऐसा तब होता है जब उनके पास जाने के लिए कोई जगह न हो या उनके जीवन पर ख़तरा हो.
वहीं लड़की के रिश्तेदारों ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा है कि वो उसे घर ले जाने को लेकर असहज हैं.
रिश्तेदारों के मुताबिक लड़की लगातार रो रही है और बार-बार अंकित के बारे में पूछ रही है. वो कह रही है कि उसका सबकुछ ख़त्म हो गया है.
अंकित सक्सेना की गुरुवार शाम उनके घर के पास ही हत्या कर दी गई थी. हत्या के मामले में लड़की के पिता और मामा न्यायिक हिरासत में है जबकि उसके नाबालिग भाई को बाल सुधार गृह भेजा गया है.
लड़की की मां एक पार्लर चलाती थीं लेकिन शुक्रवार को दुकान के मालिक ने उनसे जगह खाली करने के लिए कह दिया है.
दुकान के मालिक विनोद कुमार कहते हैं, “शुक्रवार को बजरंग दल के सदस्यों ने मुझे धमकी दी थी और कहा था कि मैंने मुसलमान को दुकान किराए पर दी ही क्यों. उन्होंने दुकान खाली न कराए जाने की स्थिति में उसे तोड़ देने की धमकी दी है. मुझे भी अपनी और अपने बीवी बच्चों की जान का डर है.”
इसी बीच लड़की के रिश्तेदार अब दिल्ली छोड़कर वापस गोरखपुर जाने का मन बना रहे हैं.
एक रिश्तेदार ने कहा, “हम यहां नौ सालों से रह रहे थे. लेकिन अब घर बेच देंगे और गोरखपुर चले जाएंगे. इतनी बदनामी और डर के बाद कौन यहां रहेगा.”
स्रोतः इंडियन एक्सप्रेस
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