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चुनाव आयोग ने विपक्ष की शिकायत के बाद सूचना और प्रसारण मंत्रालय से ‘NaMo TV’ पर रिपोर्ट मांगी
April 5, 2019
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चुनाव आयोग (EC) ने एक नोटिस जारी किया है जिसमें I & B मंत्रालय (सुचना और प्रसारण मंत्रालय ) से NaMo TV पर रिपोर्ट माँगा गया है, गौरतलब है कि आगामी लोकसभा चुनावों के कुछ हफ्ते पहले ही गुप्त रूप से 31 मार्च NaMo TV शुरू किया गया था. यह नोटिस उस वक़्त आया जब विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग का ध्यान इस तरफ खींचा और इसके प्रसारण को निलंबित करने का निर्देश देने की गुज़ारिश की, क्योंकि सरकार ने आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन किया है.
हालांकि, सरकारी सूत्रों के अनुसार, मंत्रालय यह कह सकता है कि यह एक विज्ञापन चैनल है और इसे पूर्व अनुमति की आवश्यकता नहीं है. यह भी कह सकते हैं कि कुछ डीटीएच चैनल बीजेपी से धन प्राप्त करने के बाद इसे चला सकते हैं.
The day we were most looking forward to is here!
At 5 PM, lakhs of Chowkidars from different parts of India will interact in the historic #MainBhiChowkidar programme.
This is an interaction you must not miss.
Watch it live on the NaMoApp or NaMo TV. pic.twitter.com/XXKkLUuE7X
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) March 31, 2019
लाइवमिंट के अनुसार, मंगलवार शाम को नोटिस जारी किया गया था और चैनल को इसकी लॉन्च पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए शुक्रवार शाम तक का समय दिया गया है. चुनाव आयोग तब इस पर फैसला करेगा कि क्या उसने मॉडल कोड का उल्लंघन किया है? मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि उन्होनें ऐसी कोई भी फाइल नहीं देखि जिसमें चैनल ने अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग की अनुमति मांगी हो.
चैनल अपने लोगो पर मोदी की तस्वीर लगाए है और विभिन्न डीटीएच और केबल टीवी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है. इसने चुनावी रैलियों, प्रधान मंत्री के भाषणों और भाजपा नेताओं के साक्षात्कारों का प्रसारण किया है.
अपनी औपचारिक शिकायत में, कांग्रेस ने उल्लेख किया, “इसमें दिखाए जाने वाले कार्यक्रम पूरी तरह से केबल टीवी के नियमों और विनियमों का पूर्ण उल्लंघन है.” और कहा कि केंद्रीय मंत्रालय द्वारा भारत में अनुमत निजी उपग्रह चैनलों की सूची में NaMo टीवी का उल्लेख नहीं किया गया है. आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी शिकायत करते हुए कहा कि हालांकि एक पार्टी का एक चैनल हो सकता है, मगर AAP ने सवाल किया कि क्या “आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी अनुमति दी जा सकती है.” इधर भाजपा के नेताओं और उच्च रैंक के भाजपाई नेताओं ने लोगों को मोदी के चुनाव प्रचार को देखने के लिए यह चैनल देखने का आग्रह किया है.
कथित तौर पर, चुनाव आयोग ने अलग से दूरदर्शन को 31 मार्च की शाम को मोदी के “मैं भी चौकीदार” कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करने के लिए भी जवाब माँगा है.
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