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तेलंगाना में खुला बच्चों के लिए चाइल्ड फ्रेंडली पुलिस स्टेशन
November 19, 2019
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तेलंगाना के बच्चों को समर्पित पहले पुलिस थाने का मेडिपल्ली में उद्घाटन किया गया। इस आयोजन में बचपन बचाओ आंदोलन (बीबीए) के संस्थापक नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी भी मौजूद थे। यह थाना बीबीए के साथ संयुक्त तत्वावधान में स्थापित किया गया है।
Telangana State Police children's day (Nov 14 th) gift
Medipally PS is the first in the state to have an exclusive child-friendly room.The concept is to reform the juvenile delinquents and children accompanying their parents to the PS
-0:48 pic.twitter.com/z9BPxRRg88— Medipally Police Station (@MedipallyPS) November 13, 2019
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि बीबीए पुलिसकर्मियों को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों से अवगत कराने और बच्चों के अनुकूल पुलिस थाने स्थापित करने के लिए प्रशिक्षण देगा। बाल संबंधी विषयों में पुलिस की भूमिका को रेखांकित करते हुए संगठन ने हितधारकों को इस बात की जानकारी दी कि सताए हुए बच्चों के साथ व्यवहार करते समय किसी भी प्रक्रियात्मक प्रावधान का उल्लंघन नहीं होना चाहिए।
उद्घाटन समारोह में राचकोंडा के पुलिस आयुक्त महेश एम भागवत ने राज्य के पहले बच्चों के लिए अनुकूल पुलिस थाने के निर्माण में बीबीए की भूमिका और प्रयासों की प्रशंसा की। बीबीए की सहायता से बने बच्चों के लिए अनुकूल पुलिस थाने की दीवारों को चित्रों से सजाया गया था। बच्चों को पुलिस थाने में सुविधा हो इसके लिए थाने में वाटर कूलर और बिस्तर उपलब्ध हैं। इसके अलावा पुस्तकें और खिलौने भी उपलब्ध कराए गए हैं।
इस पुलिस स्टेशन का उद्घाटन 7 साल के डी ईशान ने किया है. ईशान को लाइफ़टाइम डिज़ीज़ है. ईशान को बड़े होकर पुलिस कमिश्नर बनना था, यही वजह है कि उससे यहां का उद्घाटन कराया गया.
बीबीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी समीर माथुर ने कहा, “बच्चों के लिए अनुकूल पुलिस थाने यह सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाते हैं कि प्रत्येक बच्चे को सही और समय पर न्याय मिल सके। ऐसे पुलिस थाने अनुकूल वातावरण मुहैया कराते हैं और बच्चों से संबंधित अपराध दर्ज किए जाने को प्रोत्साहित करते हैं।”
इसी दिन एक अलग कार्यक्रम में, बीबीए ने राज्य के कानूनी सेवा प्राधिकरण के साथ मिलकर भवन स्कूल, नीरडपेट में, लापता बच्चों के मुद्दे पर बच्चों को जागरूक करने के लिए वर्कशॉप आयोजित किया। इसके लिए, 2000 बच्चों ने मानव श्रृंखला बना कर इस मुद्दे के खिलाफ एकजुटता दिखाई।
Human chain of 2000 children extending their support to missing children in Telangana. They submitted a memorandum to the Commissioner of Police, Secretary DLSA , Chairperson CWC and Bhavan School. #helpusfindthem #seekingjustice #doyourbitforchildren pic.twitter.com/xh6mvcMYJm
— BachpanBachaoAndolan (@BBAIndia) November 14, 2019
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