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कोरोना वायरस से बुजुर्ग की मौत, अस्पताल ने बेटे को थमाया 16 लाख का बिल
Image Credits: Mumbailive
May 5, 2020
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मुंबई में एक मामला सामने आया है जहां एक शख्स के पिता की न केवल कोरोना वायरस की वजह से मौत हुई, बल्कि अस्पताल ने उस पर 15 दिन के इलाज का 16 लाख भी बिल ठोक दिया। हालाँकि नानावती अस्पताल जुहू के निदेशक मनप्रीत सोहल ने परिवार के ओवरचार्जिंग के आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा, पेशेंट को 31 मार्च को कई रोगों और कई अंगों के खराब होने के बाद बहुत ही गंभीर स्थिति में लाया गया था। जिसके बाद क्लीनिकल इलाज के बाद भी उनका निधन हो गया।
सांताक्रूज निवासी 74 वर्षीय शख्स कोरोना वायरस से जंग हार गए। इसके बाद शख्स के बेटे को अपने पिता को 15 दिन अस्पताल के आईसीयू में रखने के लिए 16 लाख रुपये का बिल भी चुकाना पड़ा। बेटे ने बताया कि मुझे नहीं लगता कि कोई भी मिडिल क्लास व्यक्ति प्रति दिन 1 लाख रुपये का इलाज कर सकता है।
‘टाइम्स ऑफ इंडिया‘ की रिपोर्ट के अनुसार अपने पिता को भर्ती कराते समय उसने अस्पताल में 60,000 रुपये जमा कराए। एक दिन बाद उसे बताया गया कि उसके पिता का डायलिसिस और वेंटीलेंटर पर रखने की जरूरत है। इस दौरान पूरा परिवार घर में क्वारंटाइंड था और कोई अस्पताल नहीं जा सका।
अस्पताल की ओर से भारी-भरकम खर्च के बारे में कोई सूचना नहीं देने पर गुस्सा व्यक्त करते हुए शख्स ने कहा कि उसकी अस्पताल से सारी बातचीत फोन या ईमेल के जरिए ही होती थी और उसने ऑनलाइन ही अपने पिता को वेंटीलेटर और डायलिसिस पर रखने की मंजूरी दी। उसने कहा, “इसके बाद बिल बढ़ने लगा। मैंने 3.4 लाख रुपये दिए। कुछ दिन बाद अस्पताल ने कहा कि अगर मैंने पैसे नहीं दिए तो इलाज बंद कर दिया जाएगा।”
मीडिया से बात करते हुए बेटे ने कहा उसने कहा कि इसमें से 8.6 लाख रुपये दवाईयों और अन्य वस्तुओं के थे, वहीं 2.8 लाख रुपये का कोविड चार्ज लगाया गया था। उसके पिता के शव को एंबुलेंस से श्मशान पहुंचाने के लिए भी अस्पताल ने उससे 8,000 रुपये लिए।
नानावती अस्पताल पर कोरोना वायरस के इलाज का बिल ज्यादा लगाने का आरोप लगाया है। उनकी शिकायत की जांच के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम ने रविवार को अस्पताल का निरीक्षण भी किया।
इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने पिछले हफ्ते एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए जिन मरीजों का इंश्योरेंस नहीं है, निजी अस्पतालों में उनके इलाज के खर्च की सीमा तय की है।
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