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वीडियो देखिये, वाराणसी में नेपाली व्यक्ति के मुंडन वाले वीडियो में पुलिस ने देसी कनेक्शन खोज निकाला है
July 19, 2020
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उत्तर प्रदेश के वाराणसी में नेपाली नागरिक का जबरन मुंडन कराने के मामले में शनिवार को नया मोड़ आ गया है. वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक के मुताबिक वीडियो में दिख रहा कथित नेपाली युवक शुद्ध रूप से भारतीय हैं. पुलिस टीम ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चौंका देने वाला खुलासा सामने आया है.
Varanasi: Nepali Youth was forced to go bald.
The latest case is of #Varanasi, the parliamentary constituency of PM Narendra Modi, where a Vishwa Hindu Sena not only got the Nepali youth shaved, but also wrote Jai Shri Ram on his head.
This is New India!…(1/3) pic.twitter.com/El6fy51RGp
— ریان ملک (@RaiyanMalik03) July 17, 2020
इस आपत्तिजनक वीडियो में दिख रहा है कि एक शख्स का मुंडन किया जाता है. साथ ही वो ‘विश्व हिंदू सेना जिंदाबाद’, ‘हिंदुस्तान ज़िंदाबाद’, ‘जय श्रीराम’, ‘नेपाली प्रधानमंत्री मुर्दाबाद’, ‘भारत माता की जय’ जैसे नारे लगाता है. पिछले दिनों नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने राम का जन्मस्थान नेपाल बताया था. इस बयान पर नेपाल और भारत में विवाद भी हुआ. बाद में नेपाल के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर सफाई दी. इसके अलावा सीमा विवाद को लेकर भी भारत-नेपाल के संबंध आजकल ठीक नहीं चल रहे हैं.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस के मुताबिक, वीडियो में दिख रहा शख्स भारतीय है. वाराणसी का रहने वाला है. विश्व हिंदू सेना के सदस्यों ने 1,000 रुपए देकर उसका वीडियो बनाया. उसने हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, जय श्री राम के अलावा नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के ख़िलाफ़ नारे लगाए. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें संतोष पांडेय, राजू यादव, अमित दुबे और आशीष मिश्रा प्रमुख हैं. वहीं मुख्य आरोपी अरुण पाठक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. मुख्य आरोपी विश्व हिंदू सेना का अध्यक्ष अरुण पाठक है. उसकी और दूसरे आरोपियों की तलाश चल रही है.
मामला सामने आने के बाद विश्व हिंदू सेना के संस्थापक अरुण पाठक समेत अज्ञात कार्यकताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
16 जुलाई की शाम को अरुण पाठक नाम के एक व्यक्ति की ओर से अपने फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो जारी किया गया. उस वीडियो का संज्ञान लेते हुए थाना भेलूपुर में केस दर्ज किया गया. उस वीडियो में पड़ोसी देश के व्यक्तियों और राजनीतिक लोगों के बारे में आपत्तिजनक टीका टिप्पणी थी.
वाराणसी एसपी ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया कि हमारा संपर्क उस वीडियो में दिख रहे व्यक्ति से भी हुआ. वो वाराणसी में ही रहते हैं और जल संस्थान की सरकारी कॉलोनी में इनका आवास है. इनके पिता और माता जल संस्थान में सरकारी पद पर कार्यरत थे. उनका नाम धर्मेंद्र सिंह है. वर्तमान में इनके भाई जल संस्थान में कार्यरत हैं. ये व्यक्ति यहीं के रजिस्टर्ड वोटर है. इनका आधार कार्ड भी है.
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