
ख़बरें
अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए शिक्षक रोहित श्रीवास्तव ने दिया पहला दान
Image Credits: Twitter/ANI
October 5, 2020
SHARES
अयोध्या में पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद बनाने के लिए पहला दान एक हिंदू शख्स ने दिया है. अयोध्या में बन रही मस्जिद के लिए लखनऊ यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट के टीचर रोहित श्रीवास्तव ने 21 हजार रुपए का दान देकर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश की है. रोहित ने दान का चेक यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को इंडो-इस्लामिक फाउंडेशन के लिए दिया है.
An employee of law faculty at Lucknow University, Rohit Srivastava donated Rs 21,000 y'day to Indo-Islamic Cultural Foundation – formed by UP Sunni Central Waqf Board for construction of the mosque on the five-acre plot in Ayodhya. This is the first donation for the construction. pic.twitter.com/CzMozHITX7
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2020
अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए इंडो-इस्लामिक फाउंडेशन का गठन किया गया है, राम मंदिर निर्माण के लिए देश-विदेश से दान दिया जा रहा है, वहीं रोहित श्रीवास्तव ने मस्जिद के लिए दान देकर धार्मिक एकता की मिसाल पेश की है. रोहित के पहले चेक के साथ ही मस्जिद के लिए दान मिलने की शुरुआत हो गई है.
श्रीवास्तव ने कहा, “मैं एक ऐसी पीढ़ी से हूं, जो समकालिकता की भावना में यकीन रखता है, जिसमें धर्म को लेकर बाधाएं धुंधली पड़ जाती हैं.
रोहित श्रीवास्तव ने मस्जिद के लिए दान का चेक इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सचिव अतहुर हुसैन और ट्रस्टी मोहम्मद रशीद को सौंपा. रोहित की इस पहल पर अतहर हुसैन ने खुशी जाहिर की. बतादें कि इससे पहले इंडो-इस्लामिक फाउंडेशन ने कहा था कि वह मस्जिद निर्माण के लिए जायज पैसे को ही स्वीकार करेंगे, गलत तरीके से कमाया गया पैसा मस्जिद बनाने में नहीं लगाया जाएगा.
हुसैन ने कहा, “मस्जिद के निर्माण के लिए पहला योगदान एक हिंदू भाई की तरफ से आया है, जो भारतीय संस्कृति का एक अनुकरणीय और दिल को छू लेने वाला उदाहरण है.” मैं अपने मुस्लिम दोस्तों के बिना होली या दिवाली नहीं मनाता और वे मेरे बिना ईद नहीं मनाते. यह भारत के करोड़ों हिंदुओं और मुसलमानों की यही कहानी है. मैं हिंदू समुदाय के सदस्यों से अपील करता हूं कि वे आगे आएं और मस्जिद चाहने वालों को यह संदेश दें कि वे हमारे भाई हैं.” जिला प्रशासन ने बाबरी मस्जिद के बदले अगस्त में वक्फ बोर्ड को सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार पांच एकड़ की जमीन सौंपी थी. फरवरी, 2020 में उत्तर प्रदेश सरकार ने राम जन्मभूमि परिसर से लगभग 25 किलोमीटर दूर फैजाबाद की सदर तहसील में धनीपुर में भूमि आवंटित करने की घोषणा की थी.
अपने विचारों को साझा करें